रीवा शहर में घूमने के लिए 6 सबसे सुंदर जगह यह है जहा आपको घूम सकते है पिकनिक अथवा फोटोग्राफी कर सकते है यहाँ बाहर से लोग घूमने आते है रीवा शहर को जलप्रपातों का नगर माना गया है जहा लोगो को बहुत सारे जलप्रपात देखने को मिलते है।
चिरहुला मंदिर
हनुमान जी के कारण प्रसिद्ध है इस मंदिर के पास में राम सागर तथा हेमसागर मंदिर भी है इन मंदिरों की स्थापना लगभग 500 वर्ष पहले महाराज भव सिंह के शासनकाल में चिरौल दास बाबा ने की थी चिरहुला मंदिर तालाब के किनारे तथा अन्य दो मंदिर तालाब के अंदर स्थित है यह तीनों मंदिर एक ही दिशा की ओर है कि चिरौल दास बाबा के बारे में ऐसी मान्यता है कि वह पानी के ऊपर पैदल चलकर तालाब पार कर सकते हैं।
पीली कोठी रीवा:
रीवा शहर की यह भवन जिसका नाम पीली कोठी है यहां पर आपको भगवान शिव के दर्शन होंगे साईं मंदिर इस मंदिर के बहुत पास में स्थित है, साईं भगवान है या मंदिर पीली कोठी के पास ही स्थित है इसके अलावा यहां महामृत्युंजय भैरव बाबा मंदिर आदि हैं इसी के पास आपको बड़े बाजार और बहुत सारी घूमने के स्थान मिल जायेगे।
रीवा शहर के जलप्रपात:
रीवा शहर में प्रकृति की खूबसूरती देखना चाहते हैं तो चलिए आपको जलप्रपात की दुनिया में ले चलते हैं यहां पर बहुत बड़े जलप्रपात देखने को मिल जायेगे जैसे चचाई तथा क्योटी जलप्रपात है जो कम साथ बिहर तथा महाना नदी के द्वारा बनते यह बांधों की खूबसूरती बारिश के सीजन में और बढ़ जाती है क्योंकि इस समय जल की मात्रा ज्यादा होती है इसके अलावा यहां पुरवा जलप्रपात सहित कुल आठ जलप्रपात है जिस कारण रीवा को जलप्रपात की धरती भी कहते हैं।
वाइट टाइगर सफारी :
यदि आपको जीव जंतुओं से लगाओ उन्हें देखना पसंद है तो आप वाइट टाइगर सफारी जरूर जाए यह दुनिया का पहला व्हाइट टाइगर सफारी है यह रीवा सिटी से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर है। मुकुंदपुर जिसे सफेद बाघों का घर माना जाता है इसके अलावा यहां बारहसिंघा, हिरण, नील गाय यहां आदि कई ऐसे और जानवर है, जो आपको यहा देखने को को मिल जायेगे।
रानी तालाब मंदिर रीवा:
रानी तालाब मध्य प्रदेश के रीवा जिले में स्थित सबसे पुराने जल निकायों में से एक है, इसका निर्माण विभाग के नरेश महाराज भव सिंह के शासनकाल में सन 1675 में हुआ इस तालाब के बीचों-बीच एक मंदिर में शिवालय है, तालाब के पश्चिम तथा पूर्व में कलिका तथा भैरव जी का मंदिर है यहां दीवाली से 1 दिन पहले काली जी की पूजा होती है, हर साल नवरात्र में यहाँ लाखो की संख्या में लोगो की भीड़ रहती है।
गोविंदगढ़ का किला
रीवा क्षेत्र में सबसे आकर्षण का केंद्र है, गोविंदगढ़ का किला रीवा सतना के बॉर्डर में स्थित है इस किले का निर्माण रीवा के महाराज ने करवाया यह किला तालाब से घिरा होने के कारण आकर्षण का केंद्र बन जाता है, गोविंदगढ़ रीवा के राजा के ग्रीष्मकालीन राजधानी थी और इसे मिनी वृंदावन के नाम से भी जाना जाता है इसके अलावा यहां पंचमुखी तथा शिव मंदिर निकट स्थित है, गोविंदगढ़ का तालाब एक विशाल तालाब है, यहाँ से खन्धो ज्यादा दूर नहीं है आपको वह माता के दरसन के साथ बहुत सुन्दर जलाशय मिलेंगे जो बहुत ही सुन्दर है।
गुढ़ सोलर प्लांट :
गुढ़ सोलर प्लांट रीवा में ही स्थित है यहाँ आपको पूरी बिजली की जानकारी मिल जाएगी हमारे रीवा शहर के लिए यह बहुत गौरव की बात है की एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट हमारे रीवा शहर में स्थित है यह रीवा से 20 किलोमीटर की दूरी में गुढ़ में स्थित है यहाँ आपको सोलर पैनल जैसे बहुत सी जानकारी मिल जाएगी भारत देश के बहुत से बड़े महानगरों में यहाँ से बिजली भेजी जाती है इसलिए गुढ़ सोलर प्लांट एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट है। यहाँ पास में ही आपको भैरो बाबा की बहुत प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिल जाएगी जहा मंदिर के अंदर भैरो बाबा की बड़ी विशाल प्रतिमा लेटे हुए देखने को मिलेगी यह बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है जहा लोग दूर दूर से दरसन करने आते है।
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