पुरवा जलप्रपात:
मध्य प्रदेश के रीवा में स्थित है यह रीवा शहर से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह जलप्रपात 70 मीटर ऊंचा है यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है, पुरवा जलप्रपात के पास में ही बहुत प्रसिद्ध मंदिर है जिसे बसामन मामा के नाम से जाना जाता है यह बहुत ही प्रसिद्द मंदिर है जहा लोग दूर दूर से भगवान बसामन मामा के दर्सन के लिए आते है पुरवा जलप्रपात मध्य प्रदेश के रीवा शहर का बहुत ही लोकप्रिय और सौंदर्य से भरा हुआ पर्यटक स्थल है।
देऊर कोठर:
यह मध्य प्रदेश के रीवा जिले में स्थित है, यह अपने प्राचीनतम बौद्ध स्तूप और प्रतिमाओं के कारण जाना जाता है यह लगभग 5000 साल पुराने शैलचित्र को दर्शाता है। यह रीवा इलाहाबाद मार्ग सोहागी शहर में स्थित है यह स्तूप सम्राट अशोक के शासनकाल में थे या तीन बड़े विष्णु और शैतान छोटे स्तूप स्थित है, यहाँ बौद्ध स्तूप है जहा बहुत पुराने पुराने स्तूप और बहुत प्राचीन शैलचित्र स्थित है, जहा लोग घूमने और पिकनिक मानाने जाते है यह रीवा शहर से लगभग 75 किलोमीटर से अधिक है, जहा लोग सोहागी पहाड़ अथवा देऊर कोठर घूमने और बौद्ध स्तूप देखने जाते है।
बघेल संग्राहलय:
यह संग्राहलय रीवा शहर में स्थित है, यह संग्राहलय पुराने संग्राहलय में से एक है इस बघेल संग्राहलय की देखभाल मध्य प्रदेश सरकार करती है, यह संग्राहलय गोविन्दगढ़ पैलेस के अंदर स्थित है इस संग्राहलय में प्रसिद्ध बाघ मोहन है, जिसे रीवा के राजा ने मारा था यह संग्राहलय बहुत प्रसिद्द है गोविंदगढ़ संग्राहलय के अलावा गोविंदगढ़ का तालाब मध्य प्रदेश का बड़े तालाब में शामिल है भोपाल के तालाब के अलावा गोविंदगढ़ का तालाब मध्य प्रदेश के सबसे बड़े तालाब में शामिल है।
पीली कोठी:
यह कोठी मध्य प्रदेश के रीवा शहर में स्थित है कोठी का निर्माण बहुत दिनों में हुआ जिसका निर्माण गुलाब सिंह द्वारा अथवा उनके स्वनिध में करवाया जा रहा था। यह प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है इसका ऐतिहासिक महत्व है क्योकि यह कोठी रीवा के महाराज द्वारा बनवाई गई थी, इसी के समीप साई बाबा की प्रसिद्ध मंदिर है जहा लोगो की भीड़ हमेसा लगी रहती है रीवा जिला कुछ प्राचीन सभ्यताओं के लिए प्रसिद्ध है।
भैरो बाबा मंदिर गुढ़ :
यह मंदिर बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है यह मंदिर मध्य प्रदेश के रीवा जिले में है यहाँ भैरो बाबा की विशाल प्रतिमा है जो लेटे हुए है यहाँ लोग दूर दूर से भैरो बाबा के दरसन के लिए आते है, यह मंदिर अपने रीवा शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लोगो का मानना है की यहाँ लोग दूर दूर से अपनी परेशानी लेके आते है जहा भैरो बाबा से मनोकामना अथवा प्रार्थना करते है और उनकी परेशानी दूर हो जाती है।
चचाई जलप्रपात:
चचाई जलप्रपात मध्य प्रदेश के सबसे बड़े जलप्रपातों में गिना जाता है यह झरना बहुत बड़ा विशाल है, यह रीवा शहर 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, चचाई जलप्रपात 130 मीटर ऊचाई पर स्थित है यह जलप्रपात बीहर नदी से मिला हुआ है, इस जलप्रपात के समीप आपको कुछ ही दूरी में बहुत सारे जलप्रपात देखने को मिल सकते है जैसे पुरवा जलप्रपात, क्योटी जलप्रपात, टोन्स जलप्रपात कुछ कुछ दूरी में आपको यह सब देखने को मिल जायेगे जहा आप पिकनिक और फोटोग्राफी कर सकते है।
वैंकट भवन:
यह भवन मध्य प्रदेश के रीवा शहर में स्थित है इस भवन का निर्माण महाराज वैंकट रमन सिंह ने किया था इसका निर्माण 1907 में पूरा हुआ था इसी कारण यह रीवा शहर का प्रसिद्ध स्थान है वैंकट भवन के प्रवेश द्वार में भगवान शिव जी और माता की प्रतिमा है ।
रीवा का किला :
यह किला मध्य प्रदेश के रीवा शहर का मुख्य किला है, इसका निर्माण सलीम साह ने सुरु किया था लेकिन उन्होंने इसे आधे में ही छोड़ दिया इसके बाद इस किले का निर्माण रीवा के राजा द्वारा किया गया था। रीवा के किले के पीछे से बीहर नदी निकलती है जो इसकी सुंदरता और बढाती है, इसके अंदर एक संग्राहलय है जहा किले की बहुत अच्छी और प्राचीनतम वस्तुए रखी हुई है।
बहुती जलप्रपात:
यह जलप्रपात रीवा जिले का सबसे खतरनाक जलप्रपात है, यह झरना ओड्डा नदी पर स्थित है यह रीवा शहर से लगभग 80 किलोमीटर पर स्थित है, इसकी गहराई लगभग 465 फिट है यह रीवा शहर का सबसे गहरा जलप्रपात है, यहाँ आप पिकनिक मानाने जा सकते है बरसात के मोसम में इस जलप्रपात में 2 झरने गिरते है।
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